40 या 50 की उम्र के बाद डाइट कैसी होनी चाहिए?

40 या 50 की उम्र के बाद डाइट कैसी होनी चाहिए?

सेहतराग टीम

जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे शरीर में बदलाव आने शुरू हो जाते हैं और शरीर में ये बदलाव होना प्राकृतिक हैं। ये बदलाव तीन तरीके से आते हैं जैसे- शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक। उम्र बढ़ने के साथ नई-नई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी होनी शुरू हो जाती हैं। इसलिए लोगों के लिए पोषण भरी खुराक का लेना बहुत जरूरी है। क्योंकि पोषण की कमी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं गंभीर रूप ले सकती हैं। हालांकि ये जरूरी नहीं है कि बढ़ती उम्र के साथ ही हमें पोषण भरी खुराक लेनी चाहिए बल्कि युवास्था से ही हमें सहीं और संतुलित आहार लेना चाहिए। लेकिन हां ये जरूर है कि उम्र बढ़ने के साथ शरीर की पोषक तत्वों जरूरत बदलती रहती है।

पढ़ें- बेहतर सेक्स लाइफ के लिए डाइट कैसी होनी चाहिए?

ऐसे में हर व्यक्ति को जरूर समझना या पता होना चाहिए कि उसे कैसे डाइट लेनी चाहिए। शरीर की स्थिति के हिसाब से क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। हालांकि अगर 50 साल की उम्र की बात करें तो इस उम्र में कुछ ऐसी समभावनाएं होती जो भोजन ग्रहण करने की क्षमता को घटा देती हैं। जैसे- भूख की कमी, स्वाद या गंध पहचानने की कमी, चबाने या निगलने में कठिनाई, शारीरिक शक्ति या गतिशीलता की कमी, गंभीर बीमारी या दवाओं का सेवन और मानसिक स्थिति आदि। इसलिए आज हम इस आलेख में यही बताएंगे कि उम्र बढ़ने के सतह डाइट कैसी होनी चाहिए?

50 की उम्र के बाद व्यक्ति के लिए एक संतुलित दिनचर्या का होना बहुत जरूरी है। व्यक्ति को दिन को फिजिकल एक्टिविटी के साथ शुरू करने के साथ ही पोषण भरा आहार लेना चाहिए। जैसे कि-

  • ऐसी अवस्था में व्यक्ति को आसानी से पच जाने वाले आहार का सेवन करना चाहिए। जैसे कि आसानी से अवशोषित होने वाले, छोटे-छोटे टुकड़ों में लगातार भोजन लें।
  • शक्कर, मीठे पेय पदार्थ,अनडाइल्यूटेड जूस की बजाए फलों का सेवन करें।  साथ ही आहार में तरल पदार्थ शामिल करें, क्योंकि वे आपको हाइड्रेटेड रखते हैं और पाचन बेहतर करते हैं।
  • आहार में प्याज, अदरक, लहसुन, नींबू, जीरा, कैरम बीज, मेथी के बीज, बादाम, अखरोट, नारियल पानी को शामिल करें, क्योंकि ये मांसपेशियों के लचीलेपन के लिए अच्छे होते हैं, सूजन को रोकते हैं और स्वस्थ रक्तचाप बनाए रखने में भी योगदान करते हैं।
  • आहार में साबुत अनाज और दालों का इस्तेमाल करें।
  • ऐसे आहरों को प्राथमिकता दें जिनमें फाइबर संतुलित हो।

पढ़ें- डायबिटीज रोगी खाएं इस अनाज की रोटी, शुगर कंट्रोल होने के साथ रहेंगे फिट

कुछ जरूरी बातें-

  • संतृप्त वसा को आहार से पूरी तरह से समाप्त करने की आवश्यकता नहीं है, जब तक कि किसी को हृदय ब्लॉक या हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया न हो।
  • रात के खाने के बाद दूध लें सकते हैं, बशर्ते कि इसमें बहुत देर न हो।
  • नमक खाने की मात्रा में बदलाव या उसे तभी प्रतिबंधित करना चाहिए, जब किसी को उच्च रक्तचाप हो या उच्च स्तर पर सीरम सोडियम हो।
  • कॉटेज पनीर में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है अगर यह टोंड दूध से बना है और एक बहुत ही स्वस्थ विकल्प है।
  • इस उम्र में प्रोटीन से बचने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि ऊतक की मरम्मत के लिए प्रोटीन आवश्यक है, रात में दालों से परहेज एक अतिरिक्त मिथक है।

 

इसे भी पढ़ें-

बेकाबू मोटापे को रोकने का आसान तरीका 'मूंंग दाल का सूप', ऐसे करें तैयार

फिट रहने के लिए सुबह से लेकर शाम तक क्या खाएं और क्या न खाएं?

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।